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बिहार चुनाव के लिए भाजपा की रणनीति / कोरोना के दौर में डिजिटल प्रचार पर फोकस, 72 हजार वॉट्सएप ग्रुप से घर-घर पहुंचने की तैयारी

महामारी के कारण चुनाव प्रचार में बदलाव होगा, भाजपा ने दो महीने पहले डिजिटल प्रचार पर काम शुरू किया गुजरात के दिग्गज नेताओं सहित भाजपा की आईटी टीम को बिहार विधानसभा में प्रचार का जिम्मा सौंपा गया

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अहमदाबाद. देश कोरोना संक्रमण के दौर में है। सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क, सैनिटाइजेशन जैसी चीजें अब आम जिंदगी का हिस्सा बन गई हैं। सियासत और चुनाव भी इससे अछूते नहीं हैं। भाजपा ने भी बिहार विधानसभा चुनाव के लिए इन बदलावों को ध्यान में रखकर प्रचार की रणनीति तैयार की है। भाजपा का फोकस डिजिटल प्रचार पर है।

वोटर्स तक पहुंचने के लिए 72 हजार वॉट्सएप ग्रुप बनाए जा रहे हैं, इनके जरिए पार्टी मतदाताओं तक अपनी बात पहुंचाएगी। भाजपा ने दो महीने पहले ही चुनाव में डिजिटल माध्यमों को ब्रह्मास्त्र बनाने की तैयारी शुरू कर दी थी। बिहार के वोटर्स के घर-घर तक पहुंचने के लिए 9600 कार्यकर्ताओं की टीम तैयार कर दी गई है।

लॉकडाउन के दौरान ही प्लान बनाया गया
इस प्रचार से जुड़े भाजपा नेता ने बताया- देशभर में जब लॉकडाउन जारी था, तब से ही भाजपा के आईटी सेल के नेताओं ने ऑनलाइन मीटिंग करके बिहार चुनाव प्रचार में आईटी सेल की तैयारी शुरू कर दी थी। कोरोना महामारी के कारण परंपरागत सभाएं, रैलिां और डोर-टू-डोर प्रचार मुश्किल होगा, इस वजह से कार्यकर्ताओं ने वॉट्सऐप ग्रुप बनाकर प्रचार करने की योजना बनाई। आईटी सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित मालवीय और बिहार प्रांत भाजपा आईटी सेल प्रमुख संजय जायसवाल ने कार्यकर्ताओं को जोड़ना शुरू कर दिया है।

कैसा होगा भाजपा का डिजिटल प्रचार ?

  • भाजपा के आईटी सेल ने बिहार की सभी विधानसभा सीटों को 72 हजार बूथ में बांटा है। हर बूथ पर 256 सदस्यों का वॉट्सऐप ग्रुप बनाया जाएगा।
  • ऐसे 72 हजार ग्रुप बनाकर करीब 2 करोड़ सदस्य जोड़े जाएंगे। अभी 50 हजार ग्रुप बन चुके हैं।
  • 9500 शक्ति केन्द्र इन ग्रुपों में राष्ट्रीय और प्रांतीय के नेताओ के संबोधन के वीडियो, पार्टी के संदेश, केन्द्र सरकार का कामकाज और विभिन्न योजनाओं के बारे में दिन में कम से कम 10 मैसेज भेजे जाएंगे।
  • ग्रुप के सदस्यों से यह मैसेज शेयर कराकर इन्हें पूरे बिहार के 7 करोड़ मतदाताओं तक पहुंचाया जाएगा।
  • पार्टी के आईटी सेल के अनुभवी कार्यकर्ता 9500 शक्ति केन्द्रों का संचालन करेंगे, जबकि उस पर काम कर चुके 5500 नेता मंडल अधिकारी के तौर पर डिजिटल प्रचार का मॉनिटरिंग करेंगे।
  • इस काम के लिए गुजरात समेत दूसरे राज्यों से भाजपा आईटी सेल के कार्यकर्ताओं, नेताओं की टीम तैयार की जाएगी। इस महीने के अंत तक उनकी ट्रेनिंग पूरी होने के बाद प्रचार अभियान शुरू किया जाएगा।

भाजपा ने महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और राजस्थान विधानसभा के चुनाव के दौरान 60 से भी ज्यादा ई-रैलियां की थीं। 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद सभी चुनावों में भाजपा कई सेमिनार आयोजित किए थे और उनके अच्छे परिणाम भी मिले थे।

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