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चीन से झड़प के बाद प्रधानमंत्री का पहला बयान / मोदी ने कहा- देश को गर्व है कि हमारे जवान मारते-मारते शहीद हुए, भारत किसी भी उकसावे का जवाब देने में सक्षम

इससे पहले राजनाथ सिंह ने कहा- राष्ट्र इस कठिन समय में शहीदों के परिवारों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है 15-16 जून की रात करीब 12 बजे, लद्दाख की गालवन वैली में भारत-चीन के सैनिकों में झड़प हुई थी

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नई दिल्ली. भारत और चीन के सैनिकों के बीच लद्दाख की गलवान घाटी में हुई झड़प के करीब 36 घंटे बाद सरकार की ओर से बयान आया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘‘जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। देश की संप्रभुता सर्वोच्च है। देश की सुरक्षा करने से हमें कोई भी रोक नहीं सकता। इस बारे में किसी को भी जरा भी भम्र या संदेह नहीं होना चाहिए।’’

प्रधानमंत्री ने आगे कहा, ‘‘भारत शांति चाहता है, लेकिन भारत उकसाने पर हर हाल में यथोचित जवाब देने में सक्षम में है। हमारे दिवंगत शहीद वीर जवानों के विषय में देश को इस बात का गर्व होगा कि वे मारते-मारते मरे हैं। मेरा आप सभी से, सभी मुख्यमंत्रियों से आग्रह है कि हम खड़े होकर दो मिनट मौन रखकर इन वीर सपूतों काे पहले श्रद्धांजलि देंगे। फिर मीटिंग को आगे बढ़ाएंगे।’’

प्रधानमंत्री ने 19 जून को सर्वदलीय बैठक बुलाई

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 जून को इस मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बुलाई है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को कहा कि गलवान में सैनिकों को खोना बेहद परेशान करने वाला और दर्दनाक है। हमारे सैनिकों ने साहस और वीरता का प्रदर्शन किया और भारतीय सेना की सर्वोच्च परंपरा को निभाते हुए अपने जीवन का बलिदान दिया। राष्ट्र उनकी बहादुरी और बलिदान को कभी नहीं भूलेगा।

PMO India

@PMOIndia

In order to discuss the situation in the India-China border areas, Prime Minister @narendramodi has called for an all-party meeting at 5 PM on 19th June. Presidents of various political parties would take part in this virtual meeting.

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राजनाथ ने कहा- हमारे सैनिकों की बहादुरी और साहस पर गर्व

राजनाथ ने कहा कि मेरी संवेदनाएं जान गंवाने वाले सैनिकों के परिवारों के साथ हैं। राष्ट्र इस कठिन समय में उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। हमें भारत के सैनिकों की बहादुरी और साहस पर गर्व है।

सोमवार रात हुई थी हिंसक झड़प
15-16 जून की दरमियानी रात लद्दाख में 14 हजार फीट ऊंची गलवान वैली भारत और चीन के जवानों के बीच हिंसक झड़प हुई। यह हमला पत्थरों, लाठियों और धारदार चीजों से किया गया। भारत के कमांडिंग अफसर समेत 20 जवान शहीद हो गए, 135 जख्मी है। 4 की हालत गंभीर है।

चीन के भी 40 से ज्यादा सैनिक मारे गए
न्यूज एजेंसी ने बुधवार को सूत्रों के हवाले से कहा कि चीन के 40 से ज्यादा सैनिक मारे गए हैं, जिनमें यूनिट का कमांडिंग अफसर भी शामिल है। यह अफसर उसी चीनी यूनिट का था, जिसने भारतीय जवानों के साथ हिंसक झड़प की।

चीन के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन
दिल्ली में चीनी दूतावास के बाहर स्वदेशी जागरण मंच के सदस्यों और कुछ पूर्व सैनिकों ने विरोध प्रदर्शन। इनकी मांग की थी सरकार चीन के खिलाफ कार्रवाई करे और चीनी उत्पादों को बहिष्कार किया जाए।पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे लोगों को हिरासत में लिया।

चीन के खिलाफ देशभर में गुस्सा

गलवान घाटी में भारत-चीन के सैनिकों में हुई झड़प के बाद चीन के विरोध में देशभर में गुस्सा है। दिल्ली, अहमदाबाद, कश्मीर, वाराणसी में उसके खिलाफ प्रदर्शन किए गए हैं।

यह फोटो अहमदाबाद की है। यहां बापू नगर में प्रदर्शनकारियों ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के फोटो जलाए।
यह फोटो वारणसी की है। यहां विशाल भारत संस्थान एनजीओ के बैनर तले चीन के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। चीन के झंडे और राष्ट्रपति शी जिनपिंग के पुतले जलाए गए।
यह फोटो दिल्ली में चीनी दूतावास के सामने की है। यहां स्वदेशी जागरण मंच के कार्यकर्ताओं और कुछ पूर्व सैनिकों ने चीन के खिलाफ प्रदर्शन किया। पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया है। ji

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