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जेफ बेजोस की स्पेस ट्रिप LIVE:अमेजन के फाउंडर की पहली अंतरिक्ष यात्रा कामयाब; 3 यात्रियों के साथ 10 मिनट में पूरा किया 100 किमी का सफर

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 दुनिया की टॉप ई-कॉमर्स कंपनियों में शामिल अमेजन के फाउंडर जेफ बेजोस अंतरिक्ष की 10 मिनट की यात्रा करके धरती पर लौट आए। वे भारतीय समय के मुताबिक, मंगलवार शाम करीब 6:42 बजे रवाना हुए थे। उनके साथ 3 और यात्री थे। इनमें एक उनके भाई मार्क, 82 साल की वैली फंक और 18 साल के ओलिवर डेमेन शामिल हैं। ओलिवर ने हाल ही में हाई स्कूल पास किया है। बेजोस के साथ स्पेस में जाने के लिए किसी अनजान शख्स ने 28 मिलियन डॉलर की बोली लगाई थी। वह इस ट्रिप में नहीं जा सका। उसी की जगह ओलिवर गए थे।

बेजोस और उनकी टीम जिस रॉकेट शिप से गए थे, वह ऑटोनॉमस है यानी उसे पायलट की जरूरत नहीं पड़ती। इसके कैप्सूल में 6 सीटें हैं, लेकिन इनमें से सिर्फ 4 भरी गईं। न्यू शेफर्ड नाम के इस रॉकेट की अब तक 15 फ्लाइट्स कामयाब रही हैं। हालांकि इसमें अब तक यात्री नहीं गए हैं।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, बेजोस ने अंतरिक्ष में जाने के लिए यह दिन इसलिए चुना है, क्योंकि अपोलो 11 स्पेसशिप के जरिए एस्ट्रोनॉट्स नील आर्मस्ट्रॉन्ग और बज एल्ड्रिन आज से ठीक 52 साल पहले 1969 में चंद्रमा पर पहुंचे थे।

अमेजन के फाउंडर जेफ बेजोस की स्पेसफ्लाइट कंपनी ब्लू ओरिजिन ने रविवार को कहा था कि वह अपनी पहली ह्यूमन स्पेसफ्लाइट के लिए पूरी तरह तैयार है। इसमें बेजोस समेत 4 यात्री होंगे, जो पृथ्वी की सतह से 105 किमी ऊपर कारमन लाइन तक गए। पूरी फ्लाइट का समय 10 मिनट रहा।

हफ्तेभर पहले ब्रैन्सन स्पेस में गए थे
इससे एक हफ्ते पहले 11 जुलाई को ब्रिटिश अरबपति रिचर्ड ब्रैन्सन के वर्जिन स्पेस शिप (VSS) यूनिटी स्पेसप्लेन की फ्लाइट सफल रही थी। वे 85 किमी तक गए थे। खास बात यह है कि ब्रैन्सन के साथ भारतीय मूल की सिरिशा बांदला गई थीं, वहीं बेजोस का न्यू शेपर्ड रॉकेट बनाने वाली इंजीनियरों की टीम में महाराष्ट्र के कल्याण की 30 साल की संजल गवांडे भी शामिल थीं।

बेजोस की फ्लाइट कहां से और कब उड़ान भरेगी?

  • बेजोस की फ्लाइट 10-12 की सबऑर्बिटल फ्लाइट रही, यानी यह पृथ्वी की कक्षा में नहीं गई। बेजोस की ब्लू ओरिजिन कंपनी के न्यू शेपर्ड रॉकेट ने वेस्ट टेक्सास के रेगिस्तान से भारतीय समयानुसार शाम 6:42 बजे उड़ान भरी।
  • इसके लिए सभी यात्री लॉन्च से 45 मिनट पहले ऑन-बोर्ड हो गए। क्रू ने मिशन के लिए 48 घंटे की ट्रेनिंग की। कर्मचारियों ने भी 8-8 घंटे की 2 दिन की ट्रेनिंग पूरी की। यह ट्रेनिंग टिकट खरीदने वाले सभी कस्टमर्स के लिए भी जरूरी होगी। इस फ्लाइट के बाद फंक सबसे बुजुर्ग और डेमेन सबसे युवा एस्ट्रोनॉट बन गए।
  • करीब 3 मिनट की फ्लाइट के बाद ब्लू ओरिजिन के न्यू शेपर्ड रॉकेट से बेजोस का कैप्सूल अलग हो गया। 4 मिनट उड़ान भरने के बाद वह 100 किमी ऊपर यानी कारमन लाइन को पार कर गया।
  • इस दौरान यात्रियों ने वेटलेसनेस महसूस की। इसी के साथ कैप्सूल ने जमीन पर लौटने की शुरुआत की। करीब 10-12 मिनट की फ्लाइट के बाद कैप्सूल पैराशूट की मदद से रेगिस्तान में उतर गया। इस दौरान रॉकेट भी धरती पर लौट आया।

फ्लाइट ने कई रिकॉर्ड्स बनाए
इस यात्रा के साथ ही बेजोस की फ्लाइट ने कई रिकॉर्ड भी बनाए हैं। यह ब्लू ओरिजिन की पहली बिना पायलट की सबऑर्बिटल फ्लाइट है, जिसमें आम नागरिक सवार हैं। सबसे बुजुर्ग और सबसे युवा एस्ट्रोनॉट का रिकॉर्ड भी इस फ्लाइट से जुड़ गया। न्यू शेपर्ड रॉकेट और उसका कैप्सूल RSS फर्स्ट स्टेप दोबारा इस्तेमाल किया जा सकता है।

रॉकेट और कैप्सूल इससे पहले भी उड़ान भर चुके हैं और इस मिशन से पहले 2 बार सफलता के साथ लैंड कर चुके हैं। न्यू शेपर्ड के लिए अब तक 15 फ्लाइट्स सफल रही हैं। पर अब तक यात्री कभी नहीं गए।

 

अमेजन के फाउंडर जेफ बेजोस मंगलवार को अंतरिक्ष की सैर करके लौट आए। उनकी ये यात्रा 11 मिनट की रही। बेजोस की यात्रा में उनके साथ 3 और यात्री शामिल थे। इसमें उनके भाई मार्क, 82 साल की वैली फंक और 18 साल के ओलिवर डेमेन शामिल थे।

बेजोस की यात्रा पूरी होने के बाद उनकी कंपनी ब्लू ओरिजन ने स्पेस टूर के लिए टिकट बुकिंग शुरू कर दी है। हालांकि, कंपनी ने अभी इसकी कीमत नहीं बताई है। 15 फोटो के जरिए देखिए बेजोस की अंतरिक्ष यात्रा…

जेफ बेजोस ने घंटी बजाई और इसके बाद कैप्सूल पर साथियों के साथ सवार हो गए।
जेफ बेजोस ने घंटी बजाई और इसके बाद कैप्सूल पर साथियों के साथ सवार हो गए।
बेजोस ने ब्लू ओरिजिन कंपनी के न्यू शेपर्ड रॉकेट में वेस्ट टेक्सास के रेगिस्तान से भारतीय समयानुसार शाम 6:42 बजे उड़ान भरी।
बेजोस ने ब्लू ओरिजिन कंपनी के न्यू शेपर्ड रॉकेट में वेस्ट टेक्सास के रेगिस्तान से भारतीय समयानुसार शाम 6:42 बजे उड़ान भरी।
अंतरिक्ष की यात्रा पर गए बेजोस के रॉकेट को कई लोगों ने वेस्ट टेक्सास के रेगिस्तान में कार के अंदर बैठकर देखा।
अंतरिक्ष की यात्रा पर गए बेजोस के रॉकेट को कई लोगों ने वेस्ट टेक्सास के रेगिस्तान में कार के अंदर बैठकर देखा।
स्पेस फ्लाइट भेजने वाली कंपनी ब्लू ओरिजिन ने इस ऐतिहासिक पल की सफलता के लिए सभी लोगों को बधाई दी है।
स्पेस फ्लाइट भेजने वाली कंपनी ब्लू ओरिजिन ने इस ऐतिहासिक पल की सफलता के लिए सभी लोगों को बधाई दी है।
जेफ बेजोस और उनके साथी धरती से 105 किमी ऊपर अंतरिक्ष तक गए थे।
जेफ बेजोस और उनके साथी धरती से 105 किमी ऊपर अंतरिक्ष तक गए थे।
न्यू शेपर्ड रॉकेट के आगले हिस्से में कैप्सूल लगाया गया था। इसमें ही अंतरिक्ष यात्री सवार थे।
न्यू शेपर्ड रॉकेट के आगले हिस्से में कैप्सूल लगाया गया था। इसमें ही अंतरिक्ष यात्री सवार थे।
बेजोस और उनकी टीम जिस रॉकेट शिप से गए, वह ऑटोनॉमस है यानी उसे पायलट की जरूरत नहीं पड़ती। इसके कैप्सूल में 6 सीटें हैं, लेकिन इनमें से सिर्फ 4 भरी गईं थीं।
बेजोस और उनकी टीम जिस रॉकेट शिप से गए, वह ऑटोनॉमस है यानी उसे पायलट की जरूरत नहीं पड़ती। इसके कैप्सूल में 6 सीटें हैं, लेकिन इनमें से सिर्फ 4 भरी गईं थीं।
कुछ किलोमीटर ऊपर जाने तक दिखने के बाद रॉकेट सामान्य आंखों से दिखना बंद हो गया।
कुछ किलोमीटर ऊपर जाने तक दिखने के बाद रॉकेट सामान्य आंखों से दिखना बंद हो गया।
रॉकेट के 80 किलोमीटर ऊपर पहुंचते ही कैप्सूल उससे अल ग हो गया था।
रॉकेट के 80 किलोमीटर ऊपर पहुंचते ही कैप्सूल उससे अल ग हो गया था।
जिस समय कैप्सूल 26 किलोमीटर की रफ्तार से नीचे आ रहा था, उस वक्त पैराशूट खुल गए।
जिस समय कैप्सूल 26 किलोमीटर की रफ्तार से नीचे आ रहा था, उस वक्त पैराशूट खुल गए।
कैप्सूल भारतीय समय अनुसार 6:53 बजे जमीन पर लैंड हुआ।
कैप्सूल भारतीय समय अनुसार 6:53 बजे जमीन पर लैंड हुआ।
कैप्सूल लैंड होने के बाद जेफ बेजोस अंदर बैठकर ही मुस्कुराते रहे और हाथ हिलाकर वहां खड़े लोगों का अभिवादन किया।
कैप्सूल लैंड होने के बाद जेफ बेजोस अंदर बैठकर ही मुस्कुराते रहे और हाथ हिलाकर वहां खड़े लोगों का अभिवादन किया।
सबसे पहले कैप्सूल से बेजोस ही निकले। उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं था।
सबसे पहले कैप्सूल से बेजोस ही निकले। उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं था।
82 साल की वैली फंक भी अंतरिक्ष की यात्रा करके बेहद खुश हुईं।
82 साल की वैली फंक भी अंतरिक्ष की यात्रा करके बेहद खुश हुईं।
एक महिला अपने छोटे से बच्चे को लेकर बेजोस की अंतरिक्ष यात्रा देखने पहुंची थी।
एक महिला अपने छोटे से बच्चे को लेकर बेजोस की अंतरिक्ष यात्रा देखने पहुंची थी।

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